ब्राह्मण कौन है ? (1) ( वज्रसूचि उपनिषद् के अनुसार ) वज्रसुचिकोपनिषद ( वज्रसूचि उपनिषद् ) यह उपनिषद सामवेद से सम्बद्ध है ! इसमें कुल ९ मंत्र हैं ! सर्वप्रथम चारों वर्णों में से ब्राह्मण की प्रधानता का उल्लेख किया गया है वज्रसूचीं प्रवक्ष्यामि शास्त्रंज्ञानभेदनम ! दूषणं ज्ञानहीनानां भूषणं ज्ञान चक्षुषाम !!१!! अज्ञान नाशक, ज्ञानहीनों के दूषण, ज्ञान नेत्र वालों के भूषन रूप वज्रसूची उपनिषद का वर्णन करता हूँ !! […]
मनुष्य को कोन से मार्ग पर जाना नहि चाहिइ? * जिस मार्ग पर जाने के लिए महान व्यकित की संमति ना हो. * जो मार्ग अपने लक्ष्य पर जाता ना हो पर आडे-टेडे मार्ग पर जाय. * जहा अहंकार बढता हो. * जहा स्वार्थ को पोषण मिले. * जहा संतःकरण मे प्रेम,करुणा,मैत्री का भाव ना रहे. * संकुचितता को अवकाश मिले. * काम,क्रोध,लोभ ओर मोह को अवकाश मिले. * बहुमुखता […]