मनुष्य को कोन से मार्ग पर जाना नहि चाहिइ? * जिस मार्ग पर जाने के लिए महान व्यकित की संमति ना हो. * जो मार्ग अपने लक्ष्य पर जाता ना हो पर आडे-टेडे मार्ग पर जाय. * जहा अहंकार बढता हो. * जहा स्वार्थ को पोषण मिले. * जहा संतःकरण मे प्रेम,करुणा,मैत्री का भाव ना रहे. * संकुचितता को अवकाश मिले. * काम,क्रोध,लोभ ओर मोह को अवकाश मिले. * बहुमुखता […]
आध्यात्मिकमार्ग मे जाने के लिए कया अनिवार्य है? * सत्संग. अनुभवी व्यक्ति का संगाथ. * अपने विचार मे से आत्मा निकालनी होगी. * नामरुप का मोह छुट जाना चाहिए. * बहिमुर्खता के बदले अंन्तमुर्खता. * सादा जीवन,संयमी जीवन. * निस्चयबल,यह मार्ग पर जाने का निस्चय होना चाहिए. * ‘मे’ हु ‘हम’ है वो भाव खत्म कर देना चाहिए.
केला खाओ एनर्जी पाओ केला नेचरल फूड है। इसमें एनर्जी बहुत ज्यादा होती है, इसलिए आप अपनी डाइट में केला जरूर शामिल करें। अगर आपको लगता है कि आपके ब्रेकफास्ट में पौष्टिक चीजें शामिल नहीं हैं, तो आप ब्रेकफास्ट में केला लें। यह विटामिन व मिनरल्स की कमी पूरी करेगा। केले में थाइमिन, रिबोफ्लेविन, नियासिन और फॉलिक एसिड के रूप में विटामिन ए और विटामिन बी पर्याप्त मात्रा में मौजूद […]
सच्चा ज्ञान कया है? * वो ज्ञान अभेद का दर्शन करवाये. * खुद कया है आत्मा या शरीर वह जानकर उसके हिसाब से रहेना .नित्य अनित्य क विवेक करके नित्य मे स्थिर रहेना * अपने शरीरमे खुद हो वेसे समष्टि सृष्टिमे भगवान है वही सच्चा ज्ञान है. * अपने को अपनी पहेचान कराने वाला. * माया के बंधन से मुक्ति दिलानेवाला. * अज्ञानरुपी अंधकार को दुर करनेवाला. * अपनी,परमात्माकी,आत्माकी २४ […]
સામાન્ય રીતે આપણે જોતા હોઈએ છીએ કે સાધુઓને કાં તો જટા હોય છે કાં તો મૂંડનમાં ચોટી હોય છે. આ ઉપરાંત મોટાભાગે કર્મકાંડ કરાવતા બ્રાહ્મણો કે જ્યોતિષીઓ ચોટલી રાખતા હોય છે. ત્યારે આપણને પ્રશ્ન થાય કે આ ચોટલી શા માટે રાખવામાં આવતી હોય છે? તો આજે મેળવીએ આ પરંપરાનો પ્રશ્ન.... ચોટલીને સંસ્કૃતમાં શિખા કહેવામાં આવે છે. શિખા રાખવાના, શિખા પર ગાંઠ બાંધવા માટેના, તેને છોડવાના વિશિષ્ટ નિયમો અને સમય હોય […]