अपना ओर पराया किसे मानना?
* मोत के बाद अपने पास से जो छुट जाये वो पराया ओर मोत के बाद जो अपने पास रह जाये वो अपना.
* अपना ओर पराया वो पहचानने के लिए शरीर का ओर लागणी क संबंध को कोई ओर की तुलना से अच्छा है उसे मृत्यु के साथ तोला जाय.जो मोत के साथ टीक शके वो अपना.लेकिन वास्तव मे एसा नहि होता.
* उस तरह मनुष्य को आत्मा साथ ही अपना संबंध रहता है.आत्मा के साथ संबंध रखने से वो व्यापक ओर निर्मळ होता है.